Wednesday, January 1, 2014

एतबार ...

दूर दराज ही सही, दिल के किसी कोने में 
एक बार … तू जगह तो दे 
फिर देखते हैं 
कैसे तुझे 
हम पर … 
हमारी आशिकी पर … एतबार नहीं होता ?

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