Wednesday, April 30, 2014

शायद …

'आम आदमी' तो 'आम आदमी' है 
न तो पहले कभी मरा है 
और न ही 
आगे … कभी मरेगा !
 
क्यों ?
क्योंकि - 
 
जब तक 'आम आदमी' है … 
ठीक तब तक ही 'ख़ास आदमी' है 
पर, 
अब, शायद … 
'आम आदमी' की बारी है ?????

Sunday, April 27, 2014

सवारी ...

सच ! मैं हंसु या रोऊं, तुझे क्या 
तुझे तो सिर्फ सत्ता की पडी है ?
… 
पीएम-इन-वेटिंग होने का मतलब 
पीएम-मटेरियल हो जाना नहीं है 'उदय' 
यह बात,… 
हम जानते हैं …… सब जानते हैं ???
…  
मीडिया पार्टी से भी उनका गठबंधन हो गया है 'उदय' 
अब सच को, और झूठ को, कौन आईना दिखायेगा ?
दो-दो नावों की सवारी 
उफ़ ! कहीं, उन्हें, भारी न पड जाये 'उदय' ?
… 
बस, दोनों में मामूली सा फर्क नजर आ रहा है 'उदय' 
एक थोपा गया था, और दूसरा…… थोपा जा रहा है ?
… 

Thursday, April 24, 2014

कंत्री ...

वो, बार बार सरहद की ही बातें उछाल रहे हैं 
क्या हम जंग के लिए तैयार हो जाएँ 'उदय' ?
… 
सच ! उनकी भडवाई चरम पर है 'उदय' 
सुबह, दोपहर, शाम, सिर्फ उनकी जय ?
… 
सत्ता सस्ती हो गई है भईय्या 
जब से, मंहगाई मंहगी हुई है ?
… 
क्या मंत्री, क्या संत्री 
सब के सब हैं कंत्री ?
… 
उफ़ ! रहम और बेरहम दोनों उसी के नाम हैं 
मुहब्बत करने से पहले हमें ये जांचना था ? 
… 

Tuesday, April 22, 2014

फर्क ...

सच ! ऐसा लग रहा है कि - 
अभी भी, 
कुछ लोग, कुछ लोगों को, 
बहुत ही … 
हल्के में ले रहे हैं 
उफ़ ! बस … 
यही तो फर्क है 'उदय' 
'आम' और 'ख़ास' में ???

Saturday, April 19, 2014

वहम ...

सच ! पहले वो अपनी कीमत तो तय करें 
फिर हम बताएँगे असली कीमत उनकी ?
… 
किताबों में उनका पूरा हिसाब-किताब है 'उदय' 
बस, हमें तुम्हें और सब को जोड़ना-घटाना है ?
…  
वे बिना पेंदी के होके भी लुढ़के नहीं हैं अब तक 
सच ! कमाल है !! गजब का बैलेंस है उनका !!!
… 
छल, झूठ, फरेब, और चालाकी 
बस, है तेरी पहचान इत्ती-सी ?
… 
गर्जनाएं वहम पैदा कर रही हैं 'उदय' 
और खामोशियाँ ? … सिर्फ चोटें ??
… 

Wednesday, April 16, 2014

अंतिम विकल्प ...

वोट ही … अंतिम विकल्प है 
चोट ही … 
अंतिम विकल्प है 
उठो, जागो … पहलवानो 
अंध में, अंधकार में … 
आज पूरा … हमारा तंत्र है ?

Thursday, April 10, 2014

गलतफहमी ...

तमाम तरह की तिकड़मों व तीन-पांच के बाद भी 
गर, वो हार गए, धूल चांट गए, ……....… तब ?
… 
अपना तो, सत्य-अहिंसा को समर्थन है 'उदय' 
बाकी, आगे, हर कोई मर्जी का मालिक है ??
… 
सच ! बहुत ही जल्द, मीडिया की गलतफहमी दूर होने वाली है 
क्योंकि, न तो कहीं हवा है, न लहर और न ही कहीं सुनामी है ?
… 
कोई तो उनके दिमाग का इलाज कराये 'उदय' 
ज्यादा देर, ख़्वाबों में रहना भी इक बीमारी है ?
… 
अरे भाई, कोई हमारा भी तो फतवा सुन ले 
आज से, कोई, … 
किसी भी भ्रष्टाचारी को वोट नहीं देगा ???
…  

Tuesday, April 8, 2014

हुडदंग ...

जिनकी, खुद के ही घर में अनसुनी हो जाती है 
भला उनकी 'उदय', हम………… क्यों सुनें ?
… 
वे, बे-वजह ही राजनैतिक मैदां में हुडदंग मचा लगा रहे हैं 
किसी दिन, बाबा की तरह वे भी औंधे मुंह नजर आयेंगे ? 
… 
उनकी, खुद की नईया है, वे खुद ही डूबा रहे हैं 
अब इसमें, इस बारे में, हम क्या कहें 'उदय' ? 
… 
किस जगह रखूँ तेरी मुस्कान मैं यारा 
सिर से पाँव तक कब का भरा पड़ा हूँ ?
… 
कम से कम आज तो सच कह दो यार 
भले चाहे बाद में एप्रिल फूल कह देना ? 

Wednesday, April 2, 2014

तबज्जो ...

जब जी-हुजूरी और चमचागिरी ही मकसद था 'उदय' 
तो जरुरत क्या थी उन्हें, कवि या लेखक बनने की ? 
… 
उन्ने प्रचार की जगह दुस्प्रचार को तबज्जो दी है 
अब 'खुदा' ही जाने, कैसे हो पक्की जीत उनकी ?
… 
लो 'उदय', सोशल साइट्स सोशल न हुईं घर का आँगन हुई हैं 
पति पत्नियों को, और पत्नियां पतियों को प्रमोट कर रही हैं ? 
… 
वैसे, इस बार तो सत्ता पे उनका हक़ था 'उदय' 
मगर अफसोस, उनका तरीका गलत निकला ?
उन्ने, उन्ने, उन्ने, उन्ने,…… सिर्फ दल ही तो बदली है 'उदय' 
कोई गुनह थोड़ी न किया है, जो वे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हों ?