Friday, January 20, 2012

... उन्हें जीत से मतलब है !

सच ! समय की पटरी पे, रोज-रोज दौड़ती जिंदगानी है
कभी बैलगाड़ी, कभी घोडागाडी, तो कभी रेलगाड़ी है !!
...
सच ! कहाँ खबर थी मुझे, कि - तुम चाहती हो !!
कहो, क्या तुमने कभी मुझसे कहा था ?
...
न हमने उनसे कुछ कहा, न ही उन्ने हमसे कुछ कहा
यूँ ही खामोशियों में सवेरा हो गया !
...
सारे जिन्दे तो फरेबी निकल गए हैं 'उदय'
एक अदद उम्मीद पत्थरों से है !
...
तुम बेवजह हिन्दू-औ-मुसलमानी जज्बात में उलझे हो
सच ! उन्हें वोट से मतलब है, उन्हें जीत से मतलब है !

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

जब निर्णय का क्षण आयेगा,
गीत जीत के रीत रहेंगे।